उच्च शिक्षा वैल्यूएशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए नई व्यवस्था

सरकारी, प्राइवेट स्वशासी कॉलेज और यूनिवर्सिटी से संबद्ध शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स अब सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत स्वयं की आंसरशीट देख सकेंगे। स्वशासी कॉलेजों के स्टूडेंट्स को रिजल्ट घोषित होने के 7 दिन और यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेज स्टूडेंट को रिजल्ट जारी होने के 15 दिन के भीतर आंसरशीट देखने के लिए आवेदन करना होगा। 


सूचना के अधिकार के तहत किए गए आवेदन की जांच कॉलेज प्राचार्य और संबंधित यूनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार करेंगे। साथ ही जिन स्टूडेंट्स ने तय फॉर्मेट में आवेदन किया है, उन्हें उनकी आंसरशीट देखने की तारीख आवंटित की जाएगी। उच्च शिक्षा संचालनालय के अफसरों ने बताया कि स्वशासी कॉलेज और यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों की वैल्यूएशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने स्टूडेंट्स को उनकी आंसरशीट सूचना के अधिकार के तहत दिखाने की व्यवस्था दी गई है।


इसे 27 जनवरी को आदेश जारी करने के साथ ही लागू कर दिया गया है। इसका सीधा फायदा स्टूडेंट्स को होगा, उन्हें रिजल्ट घोषित होने के बाद आंसरशीट में प्रश्न के लिखे गए उत्तर के सही मूल्यांकन की जानकारी मिल जाएगी। साथ ही यूनिवर्सिटी और कॉलेज में एग्जामिनर द्वारा किए जाने वाले वैल्यूएशन पर सवाल नहीं उठेंगे।



आवेदन निरस्त होने पर अपील कर सकेंगे छात्र


आंसरशीट देखने का आवेदन कॉलेज प्राचार्य अथवा यूनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार के स्तर से खारिज होने पर स्टूडेंट इस निर्णय के खिलाफ अपील कर सकेगा। कॉलेज स्टूडेंट पहले अपनी एडिशनल डायरेक्टर हायर एजुकेशन और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट रजिस्ट्रार को अपील करेंगे। दोनों अफसरों को राज्य सरकार ने प्रथम अपीलीय अधिकारी के रूप में नामित किया है। इस स्तर पर अफसरों को स्टूडेंट के आवेदन का निराकरण 7 दिन में करना होगा।


सिफारिश पर आंसरशीट में सुधार होगा पर दोबारा वैल्यूएशन नहीं
आंसरशीट देखने के बाद प्रशासनिक रूप से कॉलेज अथवा यूनिवर्सिटी की परीक्षा शाखा की कमेटी रिजल्ट में सुधार कर सकेगी। यह सुधार स्टूडेंट के आवेदन पर होगा, लेकिन संबंधित स्टूडेंट की आंसरशीट का दोबारा मूल्यांकन नहीं किया जा सकेगा। इससे यूनिवर्सिटी और स्वशासी कॉलेज की परीक्षा शाखा में स्टूडेंट्स के री-वैल्यूएशन व री-टोटलिंग के लिए अलग से आवेदन नहीं करना पड़ेगा।


छात्रों को इन शर्तों पर मिलेगी आंसरशीट देखने की अनुमति


स्टूडेंट को जो आंसरशीट दिखाई जा रही है, वह उसी की है। अंकसूची में बताए गए अंकों का मिलान सही हो रहा है कि नहीं।


संबंधित छात्र की आंसरशीट में जो अंक दिए गए हैं, वह सही जोड़े गए हैं।


आंसरशीट में जिन प्रश्नों के उत्तर लिखे गए हैं, उन सभी उत्तरों का मूल्यांकन हुआ है।


संबंधित छात्र की आंसरशीट में एक भी प्रश्न का उत्तर अमूल्यांकित नहीं रहा है।


आंसरशीट के साथ अटैच सप्लीमेंट्री कॉपी उतनी ही लगी हैं, जितनी छात्र ने लिखी थीं।